सावित्रीबाई फुले जयंती हर साल 3 जनवरी को मनाई जाती है। वे भारत की पहली महिला अध्यापिका और समाज सुधारक थीं। सावित्रीबाई फुले ने अपने दौर में लड़कियों एवं महिलाओं की शिक्षा के लिए संघर्ष किया। उनका जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर वर्ष 1848 में देश का सबसे पहला बालिका स्कूल स्थापित किया।
3 जनवरी को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
आपको बता दें कि हर साल 3 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई जाती है। उनका जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था। उनकी मृत्यु 10 मार्च, 1897 को हुई थी।
सावित्रीबाई फुले का जन्म स्थान कहां है? और उनके पति का नाम क्या है?
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र राज्य के सतारा जिले के नायगांव में हुआ था। सावित्रीबाई फुले के पति का नाम ज्योतिराव फुले था।
सावित्रीबाई फुले समाज में क्या संदेश देती थीं?
- सावित्रीबाई फुले ने समाज में कई महत्वपूर्ण संदेश दिए थे।
1. शिक्षा का महत्व: सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों और महिलाओं की शिक्षा के प्रति समाज की धारणाओं को बदलने का प्रयास किया। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर भारत का पहला बालिका स्कूल स्थापित किया।
2. समाजिक न्याय: सावित्रीबाई फुले ने जाति और लिंग के आधार पर होने वाले भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने छुआछूत को समाप्त करने, विधवा विवाह को बढ़ावा देने, और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाने के लिए संघर्ष किया।
3. सहनशीलता और संघर्ष: सावित्रीबाई फुले ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह जिया। उन्होंने अपने पथ पर चलते रहने की प्रेरणा दी, भले ही उन्हें समाज द्वारा विरोध और अपमान सहना पड़ा।
4. महिला सशक्तिकरण: सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने महिलाओं की मुक्ति और सशक्तिकरण के लिए काम किया।
5. कविता के माध्यम से समाजिक संदेश: सावित्रीबाई फुले एक कवियत्री भी थीं और उन्हें मराठी की आदिकवियत्री के रूप में भी जाना जाता था। उन्होंने कविता के माध्यम से समाज में बदलाव लाने का प्रयास किया।
सावित्रीबाई फुले की जयंती से संबंधित प्रश्न: FAQ’s
सावित्रीबाई फुले की 2024 में कितनी जयंती मना रहे हैं?
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था। इस साल 2024 में हम उनकी 193वीं जयंती मना रहे हैं।
सावित्रीबाई फुले का जन्म और मृत्यु कब हुआ था?
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को हुआ था। उनकी मृत्यु 10 मार्च, 1897 को हुई थी। उनकी मृत्यु प्लेग (ब्लैक डेथ) के कारण हुई थी। वे प्लेग के मरीजों की सेवा कर रही थीं जब उन्हें इस बीमारी का संक्रमण हो गया।
सावित्रीबाई फुले के माता पिता का नाम क्या था?
सावित्रीबाई फुले के पिता का नाम खन्दोजी नैवेसे पाटील और माता का नाम लक्ष्मीबाई था।
सावित्रीबाई का विवाह किस उम्र में हुआ था?
सावित्रीबाई फुले की शादी उनकी 9 साल की उम्र में हुई थी।
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